Sunday, July 9, 2017

कुछ लोग जानबूझ कर, तो कुछ नासमझी में करवा देते हैं दंगा


कुछ लोग जानबूझ कर, तो कुछ नासमझी में करवा देते हैं दंगा




कोलकाता, 9 जुलाई  
फेसबुक, ट्विटर, वाट्सएप जैसे सोशल मीडिया साइट पर कुछ लोग तो सोच-समझ कर लोगों को भड़काने, अफवाहें फैलाने की साजिश रचते हैं। जबकि ज्यादातर लोग नासमझी में किसी भी तरह की वीडियो, फोटो देखकर भावनाओं में बहकर तुरंत उस आपत्तिजनक वीडियो, फोटो या संदेश को दूसरे को भेज देते हैं। इस तरह, एक फर्जी सूचना से हजारों लोग गुमराह हो जाते हैं और कई बार दंगा इतना ज्यादा भड़क जाता है कि हजारों नहीं लाखों लोगों को परेशानी का शिकार होना पड़ता है।
हाल में एक भोजपुरी फिल्म ‘औरत खिलौना नहीं’ चर्चा में है। लेकिन चर्चा का कारण फिल्म का अच्छा, खराब, हिट या फ्लाप होना नहीं है। देश के ज्यादातर लोगों को तो पता भी नहीं कि ऐसी भी कोई फिल्म है। लेकिन एक व्यक्ति ने फिल्म का एक दृश्य सोशल मीडिया पर किसी को भेज दिया। जिसे दूसरे-तीसरे व्यक्ति से होता हुआ हजारों लोगों तक पहुंच गया। इस दृश्य में महाभारत के चीरहरण दृश्य को दोहराते हुए खलनायक नायिका का वस्त्र हरण करता दिखाया गया । लेकिन वीडियो पोस्ट करने वाले ने फिल्म का दृश्य यह लिख कर आगे जारी किया कि पश्चिम बंगाल में महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है। हालांकि जल्द ही ज्यादातर लोगों को पता चल गया कि फर्जी वीडियो जारी करके लोगों को भड़काया जा रहा था।
इसी तरह, नौ नवंबर 2016 को बांग्लादेश के कुमिल्ला में खुले आम रास्ते पर प्रसिद्ध समाजसेवक और अवामी लीग के सदस्य मुनीर हुसैन सरकार को आतंकवादियों ने पीट-पीट कर मार डाला था। बांग्लादेश में आतंकवादियों की ओर से की जा रही वारदातों के बारे में जानकारी देने के लिए ‘चोला फाउंडेशन आनलाइन ’ ने इसे जारी किया था। लेकिन दंगाई मानसिकता वाले लोगों ने इसे यह बताकर पोस्ट किया कि पश्चिम बंगाल में आतंकवादी निर्दोष लोगों की हत्याएं कर रहे हैं।
फेसबुक पर फर्जी तस्वीरों और वीडियो अपलोड करने के मामले में पुलिस ने कुल मिलाकर अभी तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है। कोलकाता पुलिस आयुक्त की ओर से ट्विटर पर लोगों सेअपील की गई है कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों के बारे में पुलिस को 100 नंबर डायल करके सूचित करें। इसके साथ ही लोगों को सचेत रहने की जरुरत है कि आपको मिलने वाला वीडियो प्यार-मोहब्बत या किसी के चेहरे पर खुशी-हंसी लाने वाला हो, तब उसे आगे भेजे। ऐसा कुछ भी भावनाओं में बहकर फारवर्ड न करें कि बाद में आपको पछताना पड़े। पकड़े गए लोगों के खिलाफ पुलिस ने आइपीसी समेत आइटी की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के साथ ही मोबाइल, लैपटाप भी जब्त कर लिया है। 

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