Friday, July 28, 2017

जेल में मोबाइल फोन बरामद होने से सुरक्षा पर सवालिया निशान






कोलकाता, 
 कोलकाता के अलीपुर सेंट्रल जेल प्रबंधन ने पांच दिनों तक जेल में तलाशी अभियान चलाकर 57 मोबाइल फोन और 1.5 किलो गांजा बरामद किया है। इस तलाशी अभियान के दौरान जेल का ऐसा कोई वार्ड नहीं था जहां से मोबाइल फोन बरामद नहीं हुआ हो। इतनी भारी संख्या में मोबाइल की बरामदगी ने जेल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है। हालांकि यह अभियान जेल अधीक्षक सौमिक सरकार, जेलर श्यामल तालुकदार, डिप्टी जेलर सोमनाथ भषचार्जी, हेड वार्डन पंकज रॉय और सुधांशु मुखर्जी के नेतृत्व में चलाया गया है। जेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भूतल पर स्थित वार्ड संख्या 9 से 12 मोबाइल फोन, पहले तल्ले पर 7 नंबर वार्ड से 22 मोबाइल फोन और एक किलो गांजा, इसी तल्ले पर वार्ड नंबर एक से 12 मोबाइल एवं पांच नंबर वार्ड से 9 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।  इसके अलावा एक पेड़ पर सूते से दो मोबाइल फोन बांधकर रखे गये थे। उल्लेखनीय है कि जेल के एक-एक वार्ड में कई कैदियों को रखा जाता है। यहां का 7 नंबर वार्ड सबसे बड़ा है जहां 130 विचाराधीन कैदियों को रखा गया है। इसके अलावा 9 नंबर वार्ड में 122 तथा पहले तल्ले पर एक नंबर वार्ड में 60 विचाराधीन कैदियों को रखा गया है। जेल सूत्रों से बताया गया है कि प्रत्येक वार्ड में करीब 80 से 100 कैदियों को रखा जाता है। ऐसे में यहां इतनी बड़ी संख्या में मोबाइल फोन बरामद होने से जेल प्रबंधन के माथे पर बल पड़ गया है।  जेल से भारी संख्या में मोबाइल फोन बरामदगी की सफलता जेल प्रबंधन को एक महिला के जरिए मिली है। बताया गया है कि पांच दिनों पहले जेल के बाहर एक महिला फोन पर बात कर रही थी। उस समय ड्यूटी पर सुशील सिंह नाम के एक हेड वार्डन ड्यूटी कर रहे थे। महिला को देखते ही वे पहचान गए थे। इसी जेल में बंद रमजान नस्कर की वह पत्नी थी। उन्हें संदेह हुआ कि शायद वह अपने पति से बात कर रही थी। इसके बाद वे उसके पास जैसे ही पहुंचे, उसने फोन बंद कर बैग में रख लिया। संदेह होने पर वे उसका फोन लेकर जेलर श्यामल तालुकदार के पास पहुंचे। उसके अंतिम कॉल पर फोन लगाकर वे रमजान के वार्ड की ओर बढ़े तो देखा कि वह फोन रमजान के पास ना होकर हतिम नस्कर के पास था। रंगे हाथ मोबाइल के साथ पकड़े गए हातिम से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि महिला के पति रमजान के पास कोई मोबाइल फोन नहीं था इसीलिए वह हातिम के ही फोन पर फोन कर बात करती थी। इसी घटना के बाद जेल प्रबंधन सतर्क हो गया  और तलाशी अभियान चलाया गया जिसके बाद इतनी भारी संख्या में मोबाइल मिले हैं। जेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अगर किसी कैदी के पास से मोबाइल फोन मिलता है तो उसे 14 नंबर वार्ड में पनिशमेंट सेल में रखा जाता है। फिलहाल हातिम को भी उसी वार्ड में रखा गया है। इसके अलावा आगे से सतर्कता बरतते हुए जेल प्रबंधन ने निगरानी बढ़ा दी है।

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