Tuesday, May 29, 2018

देश प्रेमी भारतीय नागरिकों से अपील

देश प्रेमी भारतीय नागरिकों से अपील 
सोनिया , राहुल, ममता, केजरीवाल येचुरी, नायडू, अखिलेश, मायावती, लालू समेत इकट्ठा होने वाले राजनीतिक दलों के साथ 90 फीसदी जनता है, जिससे मोदी को दहशत है। एक चाय वाला झूठा, मक्कार, बेईमान, फेकू हो कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि देश के 125 करोड़ लोगों को बाबा साहिब के संविधान ने बोलने की आजादी दे रखी है। लेकिन प्रधानमंदी का पद, 125 करोड़ लोगों की गरिमा से जुड़ा है। 
पाकिस्तान से एक के बदले 10 सिर लाने वाला 10 लाख ट्रन मीट्रिक चीनी खरीद रहा है, सबसे ज्यादा बीफ का कारोबार कर रहा है, 50  दिन के भीतर कालाधन,अातंकवाद, भ्रष्चाटार ,चीन को सबस सिखाने, माओवाद समाप्त करके महंगाई,तेल की कीमतें कम करने, लोगों के बैंक खाते में 15 लाख रुपए जमा करने  का दावा करने वाला 1500 दिन बाद अपने 20 दलों में शिवसेना, अकाली, पीडीपी, नीतीश ही नहीं यशवंत सिन्हा, अडवाणी, शत्रुध्न सिन्हा जैसे भाजपाईयों की भी सुनने पर मजबूर है तो क्यूं 
ईटली का चश्मा, अमेरिका की घड़ी, 10 लाख रुपए का सूट, एक लाख 30 हजार की कलम लेकर चलने वाला अगर खुद को स्वदेशी, फकीर  कहे तो किसे शर्म अानी चाहिए। चीन का विरोध करके मोबाइल बाजार पर चीन को नियंत्रण सौंपने वाले को क्या करेंगेय़ 
अदानी की संपपित 66 फीसद, अंबानी की 67 फीसद, रामदेव की 173 फीसद, अमित शाह की 300 फीसद, जय शाह की 16000 फीसद बढ़ी, पेट्रोलियम बिजनेस बढ़ने से रिलायंस को 9543 करोड़ का रिकार्डज मुनाफा दूसरी ओर गरीबों के जनधन खाते खुलवा कर एसबीअाइ ने 388 करोड़ से ज्यादा उगाहे। 399 रुपए में फोन-काल-नेट फ्री लेकिन सांसदों को 1500 रुपए टेलीफोन बिल, वेतन में हजारों गुणा वृद्धि, कलकत्ता में पुल गिरता है तो मुख्यमंत्री जिम्मेवार बनारस में नितिन गडकरी का बेटा सारंग ठेकेदार पुल गिरता है तो चुप्पी। अाम लोगों को सबसिडी-सबसिडी का अलाप लगाने वाले मोदी ने अमीर कारपोरेट की 2.72 लाख करोड़ का कर्ज माफ कर दिया लेकिन लगातार 14 दिन तक तेल की कीमतें बढ़ने के बाद भी मोदी सरकार गूंगी है क्या यह गुड गवर्नेंस है। बीते पांच साल में एक लाख करोड़ का बंक घोटाला हुअा लेकिन कुछ हुअा क्या.
अाइटीअाई, इंजीनियरिंग पढ़ कर हमारे बच्चे पंचर लगाएं, पकौड़े बेचें और ये साहिबान गुलछर्रे उड़ाएं.2014 में 29 फीसद लोगों  ने मोदी को वोट क्या इसलिए दिया था कि मुसलमान क्या खाएं, क्या पहने, क्या बोलें, क्या नहीं बोलें, मुगलसराए, इलाहाबाद का नाम बदल दें या महंगाई, भ्रष्टाचार, विकास , 15 लाख रुपए के लिए दिया था.
असभ्य,. बर्बर राजनीतिक दल को दंगाई, देशद्रोही बनाने वाले एक व्यकित के फैसले के कारण 200 से ज्यादा लोगों की जान गई क्या अपनी सनक के कारण लोगों की जानलेने वाले को अफसोस हुअा। उन लोगों के परिवार वालों को धेला भी दिया। 
इतिहास मोहम्मद बिन तुगलक का मजाक उड़ाता है क्योंकि उसने राजघानी दिल्ली से दौलताबाद कर दी थी. मोदी ने नोटबंदी का फैसला लेने के बाद सैकड़ों लोगों की जान ली, अारबीअाइ ने इतने सर्कुलर जारी किए जितने देश अाजाद होने के बाद भी नहीं हुए थे तो यह क्या तुगलक से कम है. किसान अात्महत्या कर रहे हैं, बैंक वालों की हालत खराब है, जीएसटी बगैर सोचे समझे लागू करने के कारण लाखों बेरोजगार हो गए हैें, गरीबी , महंगाई, बेरोजगारी की हालत खराब है. 
साहब दहशत में हैं. गुजरात में जीत के लिए चुनाव अायोग से मतदान की तारीखों का एलान रुकवाकर, लोकसभा का कामकाज रोक कर, संविधान की धज्जियां उड़ाई लेकिन सारे मंत्रीमंडल , देश के नोटों को स्वाह करने के बाद भी मोदी की किरकिरी से नहीं बच सका। यूपी में उपचुनाव में पराजय की दहशत से एक प्रधानमंत्री प्रचार करता है, कानून की धज्जियां उड़ाता है। यह दहशत है कि विरोधी दल के साथ 90 फीसद भारतीय हैं। 
दंगा, फसाद, हिंसा, गरीबी, महंगाई, झूठ, फरेबी, मक्कारी, भ्रष्टार को बढ़ावा देना है तो 2019 में मोदी को वोट करें। मोदी को मालूम हो कि दोबारा सत्ता में नहीं अा सकेगा, इसलिए साहब दहशत में हैं। 
एक बच्ची का बलात्कार हो, बलात्कारी का समर्थन करने वाला भाजपा का विधायक हो, दल के लोग रैली, जुलूस निकालें क्यां कभी यह भारत के इतिहास में पहले कभी हुअा था। एक जिंदा इंसान को मार कर जला दिया जाए, लोग समर्थन करें क्या कभी हुअा था। एक दल का प्रमुख खुलेअाम कहे कि हमें मौका दो हम विधायक खरीद कर दिखा देंगे क्या यह गद्दारी, देशद्रोह नही है। 
हम लोगों ने बचपन से पढ़ा है कि भारत विविधता में एकता वाला देश है, देखा है, समझा है लेकिन क्या यह दंगाई बीते सालों में जो कर रहे हैं वह भारत है। कर्नाटक ने संदेश दिया है कि हमारे खून-पसीने के 4000 (चार हजार करोड़) रुपए सिर्फ ब्रांडिंग में खर्च करने के बाद भले ही मोदी ने भाजपा को खत्म करके मोदी बना दिया हो। लेकिन देश के लोगों को सच्चाई मालूम है। देश के ज्यादातर अखबार, टीवी चैनल खरीदने के बाद भी दहशत का अालम यह है कि रातों की नींद उड़ी हुई है। चार हजार करोड़ से बनाया गया भ्रम जाल टूट चुका है, 2014 में भाजपा 6 राज्यों में थी, अब 10 राज्यों में है।सिक्कम, मिजोरम, तामिलनाडू, पांडी चेरी में 00, बंगाल, दिल्ली, पंजाब में 3-3 सीटें ही मोदी की औकात बताने के लिए काफी हैं। 
इसलिए देश प्रेमी नागरिकों से निवेदन है कि कम से कम 5 साल तक मोदी के नाम पर तो भाजपा को वोट मत दें। अगर इनती अकल ठिकाने अाती है और समझ अाता है कि देश के लोग मूर्ख, बेवकूफ नहीं है तो बाद की बाद में सोचेंगे। फिलहाल नो वोट फार असभ्य,बर्बर, दंगाई, देशद्रोही पार्टी.
जयहिंद, जय भारत। 
रंजीत लुधियानवी 
28 मई 2018 

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